Phir wahi raat hai...

फिर वही रात है...
फिर वही बात है...
फिर वही ख़ामोशी...
फिर वही सहमी यादें...
आज कल रात को नींद नहीं आती
क्या करें कुछ पुराने ख्याल हम
ले चले
फिर वही रात है...
जब तुम्हारे ख़यालों में
डूब कर हमको नींद नहीं आती।।

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